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- 26 June 2025,
- (अपडेटेड 26 जून 2025, 01:21 PM)
शिकायत IGRS पोर्टल पर दर्ज कराई गई, लेकिन यहां भी औपचारिकता निभाते हुए उस अधिकारी ने प्रार्थी पर ही फोन न उठाने का आरोप लगाकर शिकायत का निस्तारण दिखा दिया.
नोएडा के सेक्टर-44 स्थित छलेरा बांगर गांव में लंबे समय से चल रही सीवर ओवरफ्लो की समस्या प्रशासनिक लापरवाही की कमी का एक और उदाहरण बनकर सामने आई है. गांव की सनब्रिज स्कूल वाली गली में पिछले एक महीने से सीवर ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इस गंभीर समस्या को लेकर अपर मुख्य कार्यपालक ने कुछ समय पहले जल और सीवर विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिए थे कि सीवर संबंधी शिकायतों का समय से समाधान किया जाए. लेकिन कुछ अधिकारियों ने इस आदेश को गंभीरता से लेने की बजाय, इसे अपनी 'तोहीन' समझते हुए उल्टा निर्देशों के विपरीत कार्य करना शुरू कर दिया.

प्रार्थी द्वारा जब इस समस्या की शिकायत करनी चाही तो संबंधित अधिकारी ने न तो फोन उठाया और न ही कोई कार्यवाही की. आखिरकार शिकायत IGRS पोर्टल पर दर्ज कराई गई, लेकिन यहां भी औपचारिकता निभाते हुए उस अधिकारी ने प्रार्थी पर ही फोन न उठाने का आरोप लगाकर शिकायत का निस्तारण दिखा दिया.
जबकि दूसरी ओर, उसी विभाग के सुपरवाइजर धर्मेंद्र ने IGRS पर दर्ज शिकायत का संज्ञान लेते हुए शिकायतकर्ता से फोन पर बातचीत की और जल्द समाधान का आश्वासन भी दिया, पर आज तक समस्या जस की तस बनी हुई है. नतीजतन, गली में सीवर का पानी आज भी बह रहा है और बदबू, गंदगी और बीमारियों का खतरा लोगों के सिर पर मंडरा रहा है.
मेनहोल निर्माण भी अधूरा, ठेकेदार से जुड़ी लापरवाही उजागर
गांव में जहां-जहां नए मेनहोल बनाए गए हैं, वहां भी लापरवाही साफ दिख रही है. किसी भी मेनहोल के चारों तरफ सीमेंट का मसाला नहीं लगाया गया है, जिससे गड्ढे के चारों ओर मिट्टी धंसने की आशंका बनी हुई है. जब इस पर संबंधित अधिकारियों से सवाल किया गया तो बताया गया कि मेनहोल लगाने के लिए ठेकेदार को सिर्फ स्ट्रक्चर लगाने की जिम्मेदारी दी गई है, सीमेंट लगाने का टेंडर प्रक्रिया में है, जो बाद में किया जाएगा.