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- 20 May 2024,
- (अपडेटेड 20 मई 2024, 11:23 PM)
भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए प्रदोष व्रत सबसे विशेष होता है. इस दिन महादेव की पूजा अर्चना और व्रत करने से आशीर्वाद प्राप्त होता है.
हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है. यह दिन महादेव और माता पार्वती को बेहद प्रिय है. इस दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना और उनका अभिषेक करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है. इसके अलावा भोलेनाथ को प्रदोष व्रत भी समर्पित होता है. यह व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है. इस बार प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ रहा है. ऐसे में इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है. इसका महत्व भी काफी बढ़ जाता है. सोम प्रदोष के दिन व्रत करने के अलावा भगवान शिव (Lord Shiva) की विधि-विधान से पूजा अर्चना करने पर भगवान सभी कष्ट, दुख और समस्याओं को दूर कर देते हैं. घर में सुख और शांति का वास होता है.
कब रखा जाएगा सोम प्रदोष व्रत 2024
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाएगा. इस बार प्रदोष व्रत 20 मई सोमवार को रखा जाएगा. इसकी शुरुआत शाम 3 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 21 मई को 5 बजकर 37 मिनट तक रहेगा. इस दिन सोमवार है, इसलिए इसे सोम प्रदोष कहा जा रहा है.
सोम प्रदोष पर करें ये खास उपाय
सोम प्रदोष के दिन महादेव का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक करें. इसके साथ ही भगवान को जल और दूध से स्नान कराएं. इससे सभी कष्ट और दुख दूर हो जाएंगे.
सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती को सफेद रंग की मिठाई, कच्चे दूध और बर्फी का भोग लगाएं. भगवान शिव की प्रिय भाग, धतूरा और आम व सेब अर्पित करें.