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- 24 August 2024,
- (अपडेटेड 24 अगस्त 2024, 07:25 PM)
नेफोमा ने कहा कि विभिन्न सोसाइटियों के बिल्डर अपने आप को बचाने के लिए और निवासियों को सुविधा न देनी पड़े तथा निवासी उनके खिलाफ कहीं शिकायत या कोई विरोध ना कर सकें, इसके लिए धारा 126/135 का दुरूपयोग करा रहे हैं.
ग्रेटर नोएडा वेस्ट फ्लैट बायर्स एसोसिएशन नेफोमा के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को डीसीपी सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी से मुलाकात की. उन्होंने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटियों में मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रदर्शन करने पर पुलिस द्वारा शांति भंग करने का आरोप लगाकर निवासियों की हो रही प्रताड़ना के लिए अवगत कराया.
नेफोमा ने अपने पत्र में लिखा है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पिछले 12 वर्ष से फ्लैट निवासी अपने फ्लैट को लेकर संघर्ष कर रहे हैं कि किसी तरह फ्लैट मिल जाए और फ्लैट मिल गया तो वहां उन्हें मूलभूत सुविधाएं प्राप्त हों. क्योंकि बिल्डरों के द्वारा निवासियों से मेंटेनेंस के रूप में भारी भरकम रकम वसूली जा रही है लेकिन निवासी मूलभूत सुविधाओं जैसे लिफ्ट , सुरक्षा, सफाई सीपेज इत्यादि से नियमित जूझ रहे हैं. ऐसे में निवासियों के लिए बिल्डर के खिलाफ सम्बंधित विभागों में पत्राचार एवं धरना प्रदर्शन करना बाध्यता हो जाती है.

नेफोमा ने कहा कि विभिन्न सोसाइटियों के बिल्डर अपने आप को बचाने के लिए और निवासियों को सुविधा न देनी पड़े तथा निवासी उनके खिलाफ कहीं शिकायत या कोई विरोध ना कर सकें, इसके लिए धारा 126/135 का दुरूपयोग करा रहे हैं, जिससे आम आम निवासी जिसमें अधिकांश नौकरी पेशा लोग हैं, बेहद परेशान और भयभीत हैं क्योंकि एक तो उन्हें पैसा देने के बावजूद कोई सुविधा नहीं मिल रही, दूसरी वे आए दिन इस तरह की सामूहिक नोटिस से परेशान हो रहे हैं.
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि पिछले दिनों में वेदांतम सोसायटी, सुपरटेक और देविका गोल्ड होम्स आदि सोसाइटी में धारा 126/135 की नोटिस देकर दर्जनों निवासियों को पाबंद किया गया, जिससे निवासी काफी भयभीत हैं और अपने हक की लड़ाई से समझौता करने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने सभी की समस्याओं को सुना और कहा इस मुद्दे पर विचार विमर्श करके समाधान कराने की कोशिश की जाएगी, जिससे उन लोगों को परेशान न होना पड़े जो वहां मौजूद ही नहीं होते. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिन लोगों को हर हफ्ते मजिस्ट्रेट के यहां उपस्थित होकर हस्ताक्षर करने होते हैं, इस अवधि पर भी विचार किया जाएगा.