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- 24 August 2024,
- (अपडेटेड 24 अगस्त 2024, 03:33 AM)
पहले दिन राज्य के 67 जिलों में 1,174 परीक्षा केंद्रों पर सफलतापूर्वक परीक्षा आयोजित की गई. दो पालियों में आयोजित परीक्षा में करीब 4.50 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए. सभी अभ्यर्थी कड़ी सुरक्षा और कई दौर की जांच के बाद परीक्षा में शामिल हुए.
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार को राज्य भर से करीब 4.50 लाख अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा दी. पांच दिवसीय परीक्षा के पहले दिन 60 हजार से अधिक पदों के लिए परीक्षा हुई. परीक्षा राज्य के 67 जिलों में 1,174 केंद्रों पर आयोजित की गई थी. दरअसल, पेपर लीक के आरोपों के बाद 17 और 18 फरवरी को आयोजित परीक्षा रद्द होने के बाद नए सिरे से भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. उत्तर प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा शुक्रवार को शुरू हुई.
पहले दिन राज्य के 67 जिलों में 1,174 परीक्षा केंद्रों पर सफलतापूर्वक परीक्षा आयोजित की गई. दो पालियों में आयोजित परीक्षा में करीब 4.50 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए. सभी अभ्यर्थी कड़ी सुरक्षा और कई दौर की जांच के बाद परीक्षा में शामिल हुए. परीक्षा के दौरान चप्पे-चप्पे पर एसटीएफ, यूपी पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहे. इसके अलावा सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से भी हर पल निगरानी की गई. डीजीपी प्रशांत कुमार भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने निरीक्षण किया तथा सुरक्षा की समीक्षा की.
67 जिलों में दो पालियों में परीक्षा का आयोजन
प्रदेश पुलिस प्रमुख ने बताया कि यह परीक्षा प्रदेश के 67 जिलों में पांच दिनों में दो पालियों में आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि हर जगह पुलिस अधिकारी तैनात हैं. इस बार ऐसी व्यवस्था की गई है कि किसी को कोई असुविधा न हो. जहां भी गड़बड़ी की सूचना मिली है, वहां एफआईआर दर्ज की गई है. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अभी तक कहीं से भी प्रश्नपत्र लीक होने की सूचना नहीं है, भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि रायबरेली जिले में परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी के पास इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली, जिससे बाद में पुलिस ने पूछताछ की. शहर के आचार्य द्विवेदी इंटर कॉलेज में परीक्षा केंद्र अधिकारियों की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया. परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक डॉ. राज किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि औरैया जिले के बेला थाना क्षेत्र के पुरवा ताल निवासी उपेंद्र सिंह प्रथम पाली में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ब्लूटूथ के साथ परीक्षा देते हुए पाए गए.
सिटी कोतवाली प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि परीक्षार्थी के पास इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिलने के बाद हड़कंप मच गया और पुलिस को सूचना दी गई. वरिष्ठ अधिकारी परीक्षा केंद्र पहुंचे और परीक्षार्थी से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है.
लखनऊ में परीक्षा के पहले दिन ऐसी रही व्यवस्था
पुलिस ने बताया कि कड़ी सुरक्षा और व्यापक व्यवस्था के बीच परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हुई. इसमें राजधानी लखनऊ भी शामिल है, जहां दो पालियों में 81 केंद्रों पर कुल 56,674 अभ्यर्थी शामिल हुए. निष्पक्ष परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी केंद्रों पर सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे और नकल रोकने के लिए मोबाइल जैमर लगाए गए थे. डीजीपी प्रशांत कुमार ने गोमती नगर स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और लखनऊ स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक का औचक निरीक्षण किया और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और शुचिता सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए.
पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए राजधानी में 8 एसीपी, 62 इंस्पेक्टर, 184 सब-इंस्पेक्टर, 173 हेड कांस्टेबल, 519 कांस्टेबल, 81 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 162 सशस्त्र बलों सहित 1,000 कर्मियों को तैनात किया गया था. प्रयागराज में 63 केंद्रों पर 45,744 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जिसकी निगरानी 950 सीसीटीवी कैमरों और 600 पुलिसकर्मियों ने की. 624 रोडवेज बसों और अतिरिक्त ट्रेनों सहित विशेष परिवहन की व्यवस्था की गई, जिससे 57,000 से अधिक अभ्यर्थियों को लाभ मिला.
यहां परीक्षा के नोडल अधिकारी डीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि सभी सुरक्षा उपायों को प्रभावी ढंग से लागू किया गया और किसी भी तरह की घटना की सूचना नहीं मिली. आगरा में कड़ी सुरक्षा के बीच 27 केंद्रों पर 24,000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जहां 540 पुलिस अधिकारी तैनात थे. केंद्रों पर सीसीटीवी लगे थे और परिवहन में सहायता के लिए अतिरिक्त बसें चलाई गई थीं. गोरखपुर के 55 केंद्रों पर 24,500 अभ्यर्थियों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ परीक्षा दी और सिटी बसों तथा विशेष ट्रेनों में नि:शुल्क यात्रा की. अधिकारियों ने परीक्षा के दौरान किसी तरह की समस्या की सूचना नहीं दी.
अन्य जिलों में ऐसी रही सुरक्षा
झांसी के 27 केंद्रों पर 11,424 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जिनकी निगरानी 1,400 परीक्षकों तथा केंद्र प्रमुख के रूप में नियुक्त 27 पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई. स्थानीय अधिकारियों द्वारा निरंतर निरीक्षण किया गया.
अयोध्या में कड़ी सुरक्षा तथा केंद्रीकृत निगरानी के साथ 12 केंद्रों पर 3,367 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए केंद्रों को 10 किलोमीटर के दायरे में बनाया गया था.
वाराणसी के 80 केंद्रों पर 42,307 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जहां पीएसी तथा आईटीबीपी की तैनाती सहित व्यापक सुरक्षा उपाय किए गए थे. समय से पहले पहुंचने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी.
बरेली में, सभी 29 केंद्रों पर ड्रोन निगरानी तथा सीसीटीवी निगरानी सहित व्यापक सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ हाई अलर्ट पर थे.
इन पांच दिन होंगी यूपी पुलिस की परीक्षा
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अनुसार, परीक्षा पांच दिनों - 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को दो पालियों में आयोजित की जाएगी. पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 3 बजे शुरू होगी और शाम 5 बजे समाप्त होगी. सरकारी अधिकारियों ने सुबह बताया कि पांचों दिनों में से प्रत्येक दिन लगभग 9.50 लाख उम्मीदवारों के परीक्षा में शामिल होने की उम्मीद है. सरकार ने अनुचित साधनों के इस्तेमाल को रोकने के लिए हर केंद्र पर कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं.
यूपी पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने यूपीएसआरटीसी की बसों में मुफ्त यात्रा की व्यवस्था की है और रेलवे के साथ समन्वय करके उनके लिए विशेष ट्रेनों की भी व्यवस्था की है. उन्होंने बताया कि परीक्षा स्पेशल ट्रेन संख्या 04269 लखनऊ से मुरादाबाद (वाया बरेली), ट्रेन संख्या 04270 लखनऊ से वाराणसी कैंट (वाया अयोध्या कैंट) और ट्रेन संख्या 04271 लखनऊ से वाराणसी कैंट (वाया रायबरेली, प्रतापगढ़) विशेष रूप से अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए चलाई जा रही हैं.