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- 18 August 2024,
- (अपडेटेड 18 अगस्त 2024, 01:56 PM)
डीसीपी पूर्व शशांक सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से और अन्य साक्षों के आधार पर दोनों की गिरफ्तारी की गई है. सुखविंदर सिंह और अजीत सिंह दोनों आपस में भाई हैं. जब हमने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि नरूला जी के मकान में वह 14 साल से किराएदार
लखनऊ के आशियाना इलाके में रहने वाले बुजुर्ग मकान मालिक की हत्या उनके घर में रहने वाले किराएदारों ने ही की थी. इस मामले का खुलासा लखनऊ पुलिस ने कर दिया है. दोनों सगे भाइयों ने किराए के विवाद में और मकान पर कब्जा करने की नीयत से मकान मालिक को मार डाला था, फिर उन्हें रेनकोट पहनाकर बाइक पर बैठाया और इंदिरा नहर में फेंक दिया. साथ ही बुजुर्ग के साथ हुई घटना लूट की लगे, उसके लिए मृतक के हाथ से अंगूठियां निकालकर झाड़ियां में फेंक दी थीं.
मामले को लेकर डीसीपी पूर्व शशांक सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से और अन्य साक्षों के आधार पर दोनों की गिरफ्तारी की गई है. सुखविंदर सिंह और अजीत सिंह दोनों आपस में भाई हैं. जब हमने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि नरूला जी के मकान में वह 14 साल से किराएदार थे और उनकी नियत खराब हो गई थी, जिसके चलते वह घर पर कब्जा करना चाह रहे थे. इसी बीच हत्या वाले दिन घर पर ब्रोकर आया, उसके जरिए वह घर बेचने का प्रयास कर रहे थे.
घर बेचने की बात से नाराज थे आरोपी
ब्रोकर के चले जाने के बाद दोनों आरोपी मकान मालिक से नाराज हो गए. फिर घर बेचने को लेकर बहस हो गई. तभी दोनों अभियुक्तों ने मकान मालिक को धक्का मार दिया, जिसके चलते उनके सिर पर चोट लग गई. फिर आक्रोश में आकर दोनों ने गला दबा कर हत्या कर दी. हत्या के बाद इन दोनों ने डेड बॉडी को रेनकोट में लपेटकर शव को मोटरसाइकिल पर बैठा दिया ताकि किसी को शक ना हो कि उनकी मौत हो गई है और इंदिरा नहर में जाकर बॉडी को फेंक दिया.
गोताखोरों को रायबरेली से मिला शव
डीसीपी ने आगे बताया कि पुलिस द्वारा विस्तृत सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें एसडीआरएफ की टीम और फ्रंट पीएससी की टीम को इंवॉल्व किया गया. साथ ही लोकल थाने की पुलिस टीम और अलग से गोताखोरों को भी डेड बॉडी को ढूंढने के लिए लगाया गया था. तब जाकर रायबरेली से शव मिला. परिजनों ने बॉडी की पहचान की है. हत्या में इस्तेमाल मोटरसाइकिल, रस्सी और रेनकोट भी मिला है. जब यह घटना की गई तो उसे दौरान घर पर कोई नहीं था. सुखविंदर सिंह हार्डवेयर की दुकान पर काम करता है और वहीं अजीत सिंह उर्फ टीटू एक कैमरा की कंपनी में मैनेजर है. फिलहाल दोनों को पकड़ कर जेल भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.