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UP: अजगर ने विश्व धरोहर स्थल ‘आगरा फोर्ट’ में मचाई दहशत! वाइल्डलाइफ SOS ने किया रेस्क्यू

सुरक्षा कर्मचारियों ने किले परिसर में लगाए गए लाइट पोल के पास करीब छह फुट लंबा अजगर देखा. घटना की जानकारी देते हुए सुरक्षा कर्मियों ने अधिकारियों को सतर्क किया गया.

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  • 13 December 2024,
  • (अपडेटेड 13 दिसंबर 2024, 02:21 PM)

एक सफल बचाव अभियान में वाइल्डलाइफ एसओएस ने यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल - आगरा फोर्ट से लगभग छह फुट लंबा अजगर पकड़ा. सांप को किले के सुरक्षा कर्मचारियों ने परिसर के अंदर स्थापित लाइट पोल के पास देखा था. असामान्य दृश्य से भयभीत होकर, उन्होंने तुरंत अधिकारियों को सतर्क किया, जिन्होंने हेल्पलाइन नंबर 9917109666 पर वाइल्डलाइफ एसओएस को जानकारी दी.
आगरा किले में दर्शकों और कर्मचारियों के लिए यह एक असामान्य दृश्य था, जहाँ अजगर ने किले के भीतर काफी हलचल मचा दी. सुरक्षा कर्मचारियों ने किले परिसर में लगाए गए लाइट पोल के पास करीब छह फुट लंबा अजगर देखा. घटना की जानकारी देते हुए सुरक्षा कर्मियों ने अधिकारियों को सतर्क किया गया, जिन्होंने मदद के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस से संपर्क साधा.

वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट की दो सदस्यीय टीम तुरंत स्थान पर पहुंची और यह सुनिश्चित करने के बाद कि जिज्ञासु दर्शक घटनास्थल से सुरक्षित दूरी पर हैं, उन्होंने सावधानीपूर्वक अजगर को रेस्क्यू कर कपड़े के थैले में स्थानांतरित कर दिया, जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली. चिकित्सकीय परीक्षण के बाद अजगर को स्वस्थ पाया गया और वापस जंगल में छोड़ दिया गया.

वाइल्डलाइफ़ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “हमें सचेत करने और त्वरित कार्रवाई के लिए हम आगरा किले में शामिल अधिकारियों के आभारी हैं. भारतीय रॉक पाइथन (अजगर) एक संरक्षित प्रजाति है, और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे बचाव महत्वपूर्ण हैं. हम इन अविश्वसनीय जीवों की रक्षा करने और उन्हें उनके प्राकृतिक वातावरण में लौटने से पहले सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

वाइल्डलाइफ एसओएस के डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजूराज एम.वी. ने कहा, “इस तरह के बचाव अभियान मानव-वन्यजीव सह-अस्तित्व के महत्व को उजागर करते हैं. त्वरित प्रतिक्रिया देकर और इन स्थितियों को सावधानी से संभालकर, हम लोगों को संभावित खतरे से बचाने के साथ-साथ जानवरों की भलाई भी सुनिश्चित कर सकते हैं. हम लोगों से आग्रह करते हैं कि जब भी वे संकट में या शहरी क्षेत्रों में वन्यजीवों को देखें तो वाइल्डलाइफ एसओएस से संपर्क करें.”

एक अन्य घटना में, टीम ने आठ फुट लंबे अजगर को सफलतापूर्वक बचाया, जो आगरा के फाउंड्री नगर इलाके में स्थित एक डीजल इंजन और स्पेयर पार्ट्स विनिर्माण और निर्यात कारखाने के अंदर घुस गया था. घबराए हुए कर्मचारियों ने वाइल्डलाइफ एसओएस की रैपिड रीसपांस यूनिट को सतर्क किया, जो तुरंत बचाव के लिए पहुंची. अच्छे स्वास्थ्य में पाए जाने के बाद इस अजगर सांप को भी सुरक्षित रूप से स्थानांतरित कर दिया गया.

इंडियन रॉक पायथन (अजगर) एक गैर विषैली सांप की प्रजाति है. वे मुख्य रूप से छोटे जानवर, चमगादड़, पक्षियों, छछूंदर, हिरण और जंगली सूअर को अपना आहार बनाते हैं और आमतौर पर भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका के जंगलों में पाए जाते हैं. इस प्रजाति को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के तहत संरक्षित किया गया है.